ऐसी मान्यता है कि यदि किसी व्यक्ति को काल सर्प दोष हो तो उनके बने बनाए काम भी बिगड़ जाते हैं. काल सर्प दोष निवारण की पूजा के लिए देशभर के श्रद्धालु यहां-वहां भटकते रहते हैं लेकिन सबसे आसान और सटिक उपाय हैं उज्जैन मे…..
दर्शन से मुक्ति
प्रसिद्ध दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के दर्शन करने मात्र से काल सर्प दोष से मुक्ति मिल जाती है. यहां दर्शन करने के लिए देशभर से भक्त प्रतिदिन पहुंचते हैं. इसके अलावा महाकालेश्वर मंदिर के द्वितीय तल पर नागचंद्रेश्वर महादेव भी विराजित है. यह भी कहा जाता है कि वर्ष भर में एक बार नाग पंचमी पर खुलने वाले नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन करने से भी कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है.
कब बनता है योग
जब राहु ओर केतु के बीच सभी ग्रह एकत्रित हो जाए, तो काल सर्प दोष का योग बन जाता है. काल सर्प दोष होने से कार्यों में दिक्कत आती है. काल सर्प दोष का निवारण कालों के काल भगवान महाकाल के दरबार में पूजा अर्चना व दर्शन हो जाता है.
यदि कोई भी श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन कर लेता है तो उसके कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है. इसके अलावा पंडित पुरोहित द्वारा विधिवत पूजा का भी प्रावधान है, इसके लिए सभी राशियों के मंडल बनाकर भी विधिवत पूजा कराई जाती है.
कालसर्प दोष से होने वाले नुकसान
काल सर्प दोष की वजह से व्यापार में नुकसान, कोर्ट कचहरी के मामले बनना, पारिवारिक कलह, वाद-विवाद, मानसिक तनाव जैसी परेशानियां उत्पन्न हो जाती है. इसके अलावा अच्छे कार्यों में रुकावट पैदा होती है. इन सभी परेशानियों का हल कालसर्प दोष निवारण से हो जाता है. कालसर्प दोष की वजह से मांगलिक कार्यों में भी काफी दिक्कत आती है.
अवंतिका तीर्थ उज्जैन में मोक्ष दायिनी माँ क्षिप्रा के तट पर कालसर्प दोष निवारण के लिए विधि विधान से पूजन करवाया जाता हे |
कालसर्प दोष निवारण के लिए विद्वान वेदपाठी ब्राम्हणों द्वारा मन्त्र जाप किया जाता हे| जिससे कालसर्प दोष निवारण पूजा का फल कई गुना बड़ जाता हे |
विधि विधान से पूजन और अभिषेक किया जाता हे उसके बाद शास्त्रोक्त विधि अनुसार हवन किया जाता हे |
उसके बाद ब्राम्हण देवता से आशीर्वाद लिया जाता हे |